गर्मियों में टाइफाइड बुखार का खतरा काफी बढ़ जाता है। टाइफाइड बुखार एक जीवाणु संक्रमण है, जो साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार शामिल है, जो धीरे-धीरे बढ़ता है। इसके शुरुआती लक्षणों में बुखार, थकान, सिर दर्द, पेट दर्द और भूख न लगना भी शामिल हैं। टाइफाइड बुखार में लापरवाही बरतने पर स्थिति गंभीर हो सकती है और मरीज की मौत भी हो सकती है। यह बीमारी किसी को भी हो सकती है, लेकिन बच्चों में इसका खतरा अधिक रहता है।
गर्मियों में खानपान में बरती जाने वाली लापरवाही और टाइफाइड पीड़ित के संपर्क में आने से यह बीमारी फैल सकती है। टाइफाइड बुखार आंतों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। टाइफाइड के तीन चरण होते हैं, और तीसरा चरण सबसे ज्यादा गंभीर होता है। तीसरे चरण में आंतों में छेद हो जाते हैं और रक्त बहने लगता है, जिससे मरीज की स्थिति बेहद गंभीर हो जाती है। इस समय मरीज के पेट में असहनीय दर्द होता है। टाइफाइड के शुरुआती लक्षणों को देखते ही इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए।
टाइफाइड होने के प्रमुख कारण
हाथ न धोना: शौचालय जाने के बाद अच्छे से हाथ न धोना इसके प्रमुख कारणों में से एक है।
दूषित सतहों से संपर्क: दूषित सतहों को छूने के बाद बिना हाथ धोए भोजन करना।
दूषित पानी: दूषित पानी पीना, जिससे बैक्टीरिया का संक्रमण हो सकता है।
अच्छी तरह से न पका समुद्री भोजन: कच्चा या अधपका समुद्री भोजन खाना।
कच्ची सब्जियां: कच्ची सब्जियों में बैक्टीरिया हो सकते हैं, इसलिए इन्हें अच्छी तरह से पका कर ही खाना चाहिए।
यौन संबंध: साल्मोनेला टाइफी के वाहक के साथ यौन क्रियाकलाप भी टाइफाइड का एक कारण हो सकता है।
टाइफाइड के तीन चरण
पहला चरण: बुखार और कब्ज के साथ पेट में हल्का दर्द।
दूसरा चरण: पेट का दर्द बढ़ जाता है, साथ ही वयस्कों की छाती पर गुलाबी दाने निकलते हैं। गंभीर थकान और मानसिक भ्रम की स्थिति हो सकती है।
तीसरा चरण (घातक): आंतों में छेद हो सकता है, जिससे पेट में असहनीय दर्द होता है। बैक्टीरिया रक्त में मिल सकता है, जिससे सेप्सिस हो सकता है। साथ ही, लंबे समय तक बुखार और दस्त के कारण डिहाइड्रेशन भी हो सकता है।
टाइफाइड से बचाव कैसे करें
स्वच्छता का ध्यान रखें: टॉयलेट जाने के बाद और खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
साफ पानी पिएं: यदि पानी दूषित होने का डर हो तो उसे उबाल कर छानकर पिएं।
बाहर का खाना न खाएं: बाहर के भोजन से बचें, खासकर अगर उसकी स्वच्छता पर संदेह हो।
सब्जियों को अच्छे से धोएं और पकाएं।
टाइफाइड का टीका लगवाएं: यह संक्रमण से बचाव में मदद कर सकता है।
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